बुधवार, 23 दिसंबर 2009

परमात्मा कौन है और कैसा है??

परमात्मा कौन है और कैसा है?? ये सवाल अक्सर हमारे मन में आता है, इसके अलग अलग मान्यताएं है !
पर ब्रह्मा कुमारीज के अनुसार परमात्मा आत्मा की ही तरह है जैसा की आत्मा के बारे में पिछली पोस्ट में
बताया था की आत्मा एक ज्योतिस्वरूप अंडाकार और अति सूक्षम जो स्थूल आँखों से देखि नहीं जा सकती, है|
ठीक परमात्मा का भी वैसा ही आकार वैसा ही रूप और उतने ही सूक्ष्म है|
क्यूंकि परमात्मा हम सभी आत्माओं के पिता है|जैसे लौकिक में आदमी और उसकी संतान आदमी ही होती है,
गाय की बाछी गाय ही ही होती है,ठीक उसी प्रकार आत्मा के पिता परमात्मा भी आत्मा जैसे ही होते हैं|
फर्क है तो ये की उनकी सक्तियाँ असीमित है आत्मा ज्ञान स्वरुप है तो परमात्मा ज्ञान के सागर है,
आत्मा शांति स्वरुप है तो परमात्मा शांति के सागर हैं|
आत्मा प्रेम स्वरुप है तो परमात्मा प्रेम के सागर है |
कहने का तात्पर्य ये की परमात्मा सभी दिव्य गुणों के सागर हैं, और सृष्टि के रचियता है|
क्रमश:

2 टिप्‍पणियां:

  1. परमात्मा एक श्रद्धा का प्रतीक है जो हर मनुष्य के भीतर पाया जाता है..उसे सर्वविदित भी कहते है..

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  2. परमात्मा की पहचान करने वाला संत तत्वदर्शी होता है

    और तत्वदर्शी संत की पहचान पवित्र गीताजी के अ.15 के शलोक 1 से 4 मेँ बतायी गयी है

    अधिक जानकारी के लिये

    सम्पर्क करे

    +919992600801

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Some Photos from Prajapita Brahma Kumaries